चाहतें कहती हैं मुट्ठी में भर लूं सारे जहाँ की खुशियाँ दिमाग की ख्वाहिश है, मिल बाँट कर दोगुना कर लूं . - सुधाकर आशावादी
रविवार, 5 जून 2016
केवल बिहार नहीं शिक्षा की बदहाली पूरे देश में हैं। सिर्फ माध्यमिक शिक्षा में नहीं , प्राथमिक तथा उच्च शिक्षा में भी बुरा हाल है। उच्च शिक्षा में कुछ छात्र एक सामान्य वाक्य भी नहीं लिख पाते।