मंगलवार, 12 जनवरी 2016

किस किस को कैसे समझाएं :
रचनाकार किसी भी रचना को अपने नजरिये से लिखता है। पाठक कौन से नजरिये से उसे पढता है , पाठक जाने। दोनों के नजरिये अनुकूल ही हो , इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता।
- सुधाकर आशावादी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें