सोमवार, 12 नवंबर 2012

शिक्षकों [जीवन-दीपों] के नाम :
प्रकाश के स्तम्भ हो तुम देश की पहिचान हो 
तुम धरा उज्जवल बनाते और देते ज्ञान हो 
आज तुमसे ही धरा यह प्रकाश पाती 
और तुम ही देश की अनुपम हो थाती ।।
-------------डॉ.सुधाकर शर्मा "आशावादी "
वरिष्ठ प्रवक्ता:शिक्षा संकाय [बी.एड.]
ने.में.शि.न,दास महाविद्यालय,बदायूँ 
सम्बद्ध:एम-जे-पी-रूहेलखंड वि.वि.,बरेली 

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