sudhasha
शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2012
हम करें आचरण शुद्धता का यहाँ
न करें आचरण क्रूरता का यहाँ
हम विचारें कि कैसे देश का उत्थान हो
देश अपने कर्म से विश्व में महान हो ।।
- डॉ, सुधाकर आशावादी
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