sudhasha
बुधवार, 25 जुलाई 2012
saawan
जाने किस को किसकी याद आई कि चली पुरवाई
जाने किस विरहन का दिल तरसा कि पानी बरसा
झूम के लो आया सावन झूम के ....
आओ सावन में बारिस का स्वागत करें ...
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