चुनाव आयोग की कड़ी निगरानी में चुनावो में होने वाले काले धन के प्रयोग पर अंकुश लगाने का नायाब तरीका निकाला गया है,जिस कड़ी में नित्य ही पुलिस वाहनों की तलाशी ले रही है, जिसका लाभ भी मिल रहा है, भारी संख्या में धन मिल रहा है, किन्तु इस पड़ताल में आम आदमी दुखी है, अपनी गाढ़ी कमाई को किसी खास उद्देश्य से एक स्थान से दूसरे स्थान को ले जाने वाले लोग सबूत के अभाव में अपना धन सरकारी कोष में जमा कराने के लिए विवश है, कई जगह इस अधिकार का प्रयोग गलत ढंग से भी हो रहा है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें