मुक्तक =============
हैं अधूरी हसरतें कब पूर्ण होंगी ?
कष्ट में कुछ राहतें कब पूर्ण होंगी ?
हो भले संताप पर उम्मीद रखिये
वक्त बदलेगा चाहतें पूर्ण होंगी ॥
= सुधाकर आशावादी =======
हैं अधूरी हसरतें कब पूर्ण होंगी ?
कष्ट में कुछ राहतें कब पूर्ण होंगी ?
हो भले संताप पर उम्मीद रखिये
वक्त बदलेगा चाहतें पूर्ण होंगी ॥
= सुधाकर आशावादी =======
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें