sudhasha
रविवार, 17 फ़रवरी 2013
मन करता है -++
+++++++++++
मन करता है मैं उपवन से फूल चुनूँ
फूलों को ही चुनूँ नहीं मैं शूल चुनूँ
सभी चाहते चुनना केवल फूलों को
कौन सहेगा दर्द बाँटते शूलों को ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें